वक्त


वक्त मेहरबान है
तो कभी सितमगर ।
बन जा साथी इसका तू
साथ इसके चलके तो देख एकबार।।
खुद-ब-खुद मंजिल मिल जाएगी एकदिन
मेहनत के राह पर चले जो तू गर ।।।

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